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Showing posts from December, 2022

सूरदास के पद 2 सप्रसंग व्याख्या | Surdas ke pad 2 explanation in English

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2 सूरदास के पद 2 सप्रसंग व्याख्या | Surdas ke pad 2 explanation in English  कठिन शब्दार्थ   माँझ - के मध्य में।  बिथा - व्यथा, कष्ट agony .  आस - आशा। दही - जलना  ।  गुहारि - पुकारना।   सप्रसंग व्याख्या - महाकवि सूरदास द्वारा रचित 'सूरसागर' के 'भ्रमरगीत' प्रसंग से प्रस्तुत पद्यांश उद्धृत है। इस पद में जब उद्धव जी गोपियों से कहते हैं कि कृष्ण को भूल जाओ और ज्ञान एवं योग की बातें करते हैं । तब गोपियाँ अपने मन की व्यथा उद्धव को बताती हैं । व्याख्या - गोपियां अपनी व्यथा को व्यक्त करते हुए उद्धव जी से कहतीं हैं कि अपने हृदय का प्रेम व्यक्त करने से पहले ही कृष्ण हमें छोड़ कर चले गए ,और हमारे मन की बातें हमारे मन में ही रह गई । हम उनसे कोई भी बात व्यक्त नहीं कर पाए अर्थात् कह नहीं पाए। हे उद्धव ! इसलिए अब हम अपने मन की व्यथा किससे जाकर कहें ?  आगे गोपियां कहती है की है उद्धव ! अब तक तो हमें श्री कृष्ण के वापस आने की उम्मीद थी इसलिए हमने अपने तन-मन की व्यथा सहन की अर्थात् तकलीफ सहन की ।  उद्धव के योग और ज्ञान  का सं...

Surdas ke pad 1explanation 'ऊधौ, तुम हौ अति बड़भागी'

पद - 1  ऊधौ, तुम हौ अति बड़भागी। अपरस रहत सनेह तगा तैं, नाहिन मन अनुरागी ।  पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी  ।  ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूँद न ताकौँ लागी ।  प्रीति-नदी मैं पाउँ न बोर्यो, दृष्टि न रूप परागी।  ' सूरदास ' अबला हम भोरी, गुर चाँटी ज्यौं पागी ।। कठिन शब्दार्थ -  अति - बहुत very ।   अपरस - अनासक्त  unattached  , बिना छुआ हुआ। तगा -  धागा thread  नाहिन - नहीं no ।  अनुरागी - प्रेमी lover  ।  पुरइनि - कमल lotus । पात - पत्ता leaf . भीतर -  अंदर inside। दागी - दाग stain । माहँ - inside l अन्दर। गागरि - मटका । ताकौं -  उसको for him ।  प्रीति  नदी -  प्रेम रूपी नदी river of love । पाउँ -  पैर feet। बोर्यो - डुबोया drowned। परागी - मोहित Bewitched. भोरी -  भोली innocence । गुर - गुड़ jaggery । चाँटी - चींटी ant। पागी - लिपटी  हुई  wrapped up  । संदर्भ एवं प्रसंग - कृष्ण भक्ति धारा के महाकवि ' सूरदास ' द्वारा रचित सूरसागर के 'भ्रमरगीत प्रस...

सर्वनाम| Hindi sarvnam| Hindi pronoun

  सर्वनाम (sarvnam) Pronouns - Words used in place of nouns are called pronouns.  For example, I, you, her, her etc.  The literal meaning of the sarvnam (pronoun) is "everyone's name". Pronouns are used to remove repetition of nouns and to preserve the beauty of the sentence. Types of pronoun -  1 - पुरुषवाचक सर्वनाम ( purushvachak sarvnam) personal pronoun - Those who hear and understand the pronoun about whom they are talking are called personal pronouns.  EXAMPLE -:  मैं       - Main   - I  तुम.    - Tum    - You वह     - Vah     - He/ she हम    - Ham    - We आप   - Aap.    - You ( by respect) वे       - ve.      -  They  Types of Personal Pronouns -: (A) उत्तम पुरुष ( uttam purush) First person pronoun -  The pronoun that the speaker uses for himself It is called first p...