नदी और जंगल के बिना हरियाली कैसे रेगिस्तान बन जाती है

🌍 प्रस्तावना भारत की पहचान उसकी नदियों और हरे-भरे मैदानी क्षेत्रों से रही है। यहाँ की मिट्टी ने न सिर्फ़ अन्न उपजाया बल्कि पूरी सभ्यता को जीवन दिया। लेकिन इतिहास गवाह है कि जब नदियाँ सूख गईं और जंगलों का नाश हुआ, तो हरियाली धीरे-धीरे रेगिस्तान में बदल गई। राजस्थान इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। आज यही खतरा गंगा के मैदानी क्षेत्र उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल पर मंडरा रहा है। राजस्थान की पुरानी स्थिति: हरित भूमि और नदियाँ हज़ारों साल पहले राजस्थान का इलाका हरा-भरा था। सरस्वती , द्रष्टवती , कागारणी जैसी नदियाँ यहाँ बहती थीं। खेती-बाड़ी और पशुपालन खूब होता था। पुरातात्विक साक्ष्य बताते हैं कि सिंधु-सरस्वती सभ्यता के नगर (कालीबंगा, घग्घर क्षेत्र) इसी इलाके में बसे थे। जंगल और उपजाऊ मिट्टी घने जंगल भूजल को recharge करते थे। मिट्टी में नमी और उर्वरता बनी रहती थी। वर्षा संतुलित थी, और स्थानीय जलस्रोत सालभर भरे रहते थे। राजस्थान की वर्तमान स्थिति: नदियों का सूखना जलवायु परिवर्तन, भूकंपीय हलचलों और हिमालय से आने वाली नदियों का मार्ग बदल जाने से सरस्वती जैसी नदियाँ सूख ...