खेजड़ी की खेती से लाखों की कमाई: रेगिस्तानी ज़मीन पर भी उगाएं सोना

खेजड़ी की खेती राजस्थान और अन्य शुष्क इलाकों के किसानों के लिए एक टिकाऊ और लाभकारी विकल्प बन चुकी है। कम पानी, कम देखभाल और बहुपयोगी गुणों के कारण, खेजड़ी के पेड़ ना सिर्फ़ सेंजन (फलियां) और चारा देते हैं, बल्कि इसकी लकड़ी भी अच्छी आय का स्रोत बनती है। आज के समय में जब किसान रेगिस्तानी ज़मीन पर खेती के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तब Khejri ki kheti उन्हें लाखों की कमाई का मौका देती है - वो भी पर्यावरण को बिना नुकसान पहुँचाए Khejri (Prosopis cineraria) एक बहुत ही महत्वपूर्ण पेड़ है, खासकर भारत के राजस्थान, गुजरात और हरियाणा जैसे शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में। इसे "रेगिस्तान का राजा" भी कहा जाता है। यहाँ कुछ प्रमुख बातें हैं Khejri पेड़ के बारे में: 1. पर्यावरणीय लाभ: मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है – इसकी पत्तियाँ और गिरी हुई टहनियाँ मिट्टी को पोषण देती हैं। रेत के कटाव को रोकता है – इसकी जड़ें मिट्टी को पकड़कर रखती हैं। जलवायु सहिष्णुता – यह बहुत कम पानी और तेज़ गर्मी में भी जीवित रह सकता है। 2. कृषि में उपयोग: खेतों में लगाना शुभ माना जाता है – राजस्थान में अक...